Kajal Hindustani's call for women empowerment in Jodhpur: "We have to come forward to save our identity" काजल का जोधपुर में महिला सशक्तिकरण का आह्वान

दुर्गावाहिनी के शस्त्र दीक्षा कार्यक्रम में 5000 से ज़्यादा बहन-बेटियों ने की भागीदारी

लव जिहाद और धर्मांतरण पर जताई चिंता, बालिकाओ को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षण देने पर दिया ज़ोर

जोधपुर विश्व हिंदू परिषद, दुर्गावाहिनी जोधपुर प्रांत ने कमला नेहरू नगर स्थित आदर्श विद्या मंदिर में बहन-बेटियों के लिए एक विशाल शस्त्र दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में लगभग पाँच हज़ार बहन-बेटियों, महिलाओं ने सहभागिता की।

कार्यक्रम की मुख्य वक्ता, हिंदुत्व की फायर ब्रांड नेता काजल सिंगला उर्फ काजल हिंदुस्तानी ने अपने संबोधन में महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए सशक्त बनने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि, "शस्त्र दीक्षा का मतलब है अपनी शक्ति का प्रदर्शन करना। शस्त्र और शास्त्र दोनों धारण करने से विवेक जागता है, और विवेक जागने पर मातृभूमि और संस्कृति बचाने की सामर्थ्य जागृत होती है।"

काजल हिंदुस्तानी ने देश में बढ़ते लव जिहाद, लैंड जिहाद और धर्मांतरण की घटनाओं पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आज देश में हिंदू का केवल सांस लेना भी कुछ लोगों को हेट स्पीच लगता है।  उन्होंने "लड़कर लिया पाकिस्तान और हंसकर लेंगे हिंदुस्तान" के नारे का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ लोग हिंदुओं के अपने ही देश में रहने से परेशान हैं।

काजल ने "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" के साथ-साथ "बेटी को सशक्त बनाओ" के नारे को भी ज़ोरदार ढंग से उठाया। उन्होंने अहिल्या माता का उदाहरण देते हुए कहा कि दुर्गा स्वरूपा बनकर जब बेटी घर से निकलेगी, तभी विधर्मियों का अंत होगा। उन्होंने अजमेर कांड का ज़िक्र करते हुए कहा कि अपनी अस्मिता बचाने के लिए महिलाओं को खुद आगे आना होगा।

उन्होंने तीन सवाल पूछते हुए कहा, "हिंदू बेटियां अपने घर में तो आधुनिक वस्त्र पहनती हैं, लेकिन विधर्मियों के घर जाकर बुर्का क्यों पहन लेती हैं? विधर्मी के घर जाकर गौमांस कैसे पकाती और खाती हैं? और अपने घर में रानी की तरह रहने वाली हिंदू बेटी विधर्मी के घर जाकर अपने पति की तीन सौतनों के साथ कैसे रह लेती है?" उन्होंने कहा कि लव जिहाद के माध्यम से हिंदू परिवारों को तोड़ने की साज़िश चल रही है और अब समय आ गया है कि इन तत्वों का सफाया किया जाए। काजल हिंदुस्तानी ने महिलाओं से आत्मनिर्भर बनने और आत्मरक्षा के लिए शस्त्र धारण करने का आह्वान किया।

इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता की वंदना के साथ हुई। इसके पश्चात दुर्गा वाहिनी की कार्यकर्ता अमीषा राठौड़ द्वारा शौर्य विषय पर स्व रचित कविता का पाठ किया गया। विहिप के प्रांत अध्यक्ष डॉ. राम गोयल ने कार्यक्रम की प्रस्तावना दी और सभी अतिथियों का स्वागत किया। 

उपस्थित रहे गणमान्य 

विद्याभारती के प्रांत अध्यक्ष महेंद्र दवे, विभाग संगठन मंत्री मंगलाराम, रामनवमी महोत्सव समिति के अध्यक्ष डॉ. पप्पूराम डारा, डॉ. रेनू मकवाना, डॉ. बीना गोयल, समाजसेविका अनुराधा आडवाणी, उद्योगपति विनोद सिंघवी, प्रांत सह मंत्री महेंद्र राजपुरोहित, मानाराम विश्नोई, प्रांत मंत्री परमेश्वर जोशी सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे। 

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता बबीता गुर्जर ने की और साध्वी हेमा सरस्वती का आशीर्वचन प्राप्त हुआ। इस अवसर पर दुर्गा वाहिनी प्रांत संयोजिका कुसुम थवानी विहिप के प्रांत संगठन मंत्री राजेश पटेल व संचालन विक्रांत अग्रवाल ने किया। 

अतिथियों का स्वागत दुर्गा वाहिनी की प्रेक्षा रामावत, प्रियंका बाहेती, निशा राठौड़, विजय लक्ष्मी परिहार, मानसी उपाध्याय,  हिमांशी जनवाणी सहित कार्यकर्ता ने किया।

Next
This is the most recent post.
Previous
पुरानी पोस्ट

Post A Comment:

0 comments: