SDRF launched air attack mock drill campaign in Rajasthan, gave security training to citizens.राजस्थान में SDRF ने चलाया हवाई हमला मॉक ड्रिल का अभियान

राज्य के विभिन्न शहरों में 30 मॉक ड्रिल और 125 जागरूकता कार्यक्रम आयोजित, आपदा प्रबंधन की तैयारियों को किया मजबूत

हवाई हमले से बचाव और प्राथमिक उपचार की दी गयी जानकारी

जयपुर/जोधपुरराजस्थान में आपदा से निपटने की तैयारियों को और मजबूत करने के लिए राज्य आपदा प्रतिसाद बल (एसडीआरएफ) ने राज्यभर में बड़ा अभियान चलाया है।  कमांडेंट राजेन्द्र सिंह सिसोदिया के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीमों ने 7 मई 2025 से अब तक 30 मॉक ड्रिल और 125 जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए हैं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य नागरिकों को हवाई हमले या किसी भी प्रकार की आपदा के लिए तैयार करना और उन्हें आवश्यक सुरक्षा उपायों की जानकारी देना है।

मॉक ड्रिल और जन जागरूकता कार्यक्रमों की जानकारी:

ये मॉक ड्रिल और जागरूकता कार्यक्रम राज्य के महत्वपूर्ण स्थानों जैसे विद्यालयों, महाविद्यालयों, तीर्थस्थलों, उद्यानों, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों, हवाई अड्डों और अस्पतालों में स्थानीय प्रशासन के सहयोग से आयोजित किए गए। 19 मई 2025 को, एसडीआरएफ की टीमों ने राज्य के कई शहरों में विशेष मॉक ड्रिल का आयोजन किया।

जिनमें शामिल हैं:

1. छत्रविलास उद्यान, नयापुरा (कोटा)
2. सिटी पार्क (धौलपुर)
3. ऑक्सफोर्ड इंटरनेशनल एकेडमी, वैशाली नगर (जयपुर)
4. रिजर्व पुलिस लाइन जोधपुर ग्रामीण (जोधपुर)
5. रंगसूत्र क्राफ्ट इंडिया लिमिटेड, सागर रोड (बीकानेर)
6. जेल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, घुघरा घाटी (अजमेर)
7. 12वीं बटालियन आर०ए०सी०, देबारी (उदयपुर)
8. बी कंपनी हाडी रानी महिला बटालियन, घाटगेट (जयपुर)

मॉक ड्रिल में क्या हुआ:

मॉक ड्रिल के दौरान, एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीमों ने क्षतिग्रस्त भवनों को सुरक्षित करने, घायलों को बाहर निकालने, प्राथमिक उपचार देने और उन्हें अस्पताल पहुंचाने का अभ्यास किया। जन-जागरूकता कार्यक्रमों में नागरिकों को आपदा के दौरान खुद को और अपने परिवार को कैसे सुरक्षित रखना है, इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।

नागरिकों को दी गई महत्वपूर्ण जानकारियां:

नागरिकों को बेसिक लाइफ सपोर्ट (बीएलएस) तकनीकों की जानकारी दी गई, जिसमें चोट लगने पर प्राथमिक उपचार, क्षतिग्रस्त इमारतों से सुरक्षित बाहर निकलने के तरीके, उपलब्ध संसाधनों से स्ट्रेचर बनाने और कार्डियक अरेस्ट होने पर सीपीआर देने जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल थे।

एसडीआरएफ का यह अभियान राजस्थान में आपदा प्रबंधन की तैयारियों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह नागरिकों को जागरूक करने और उन्हें आपदा की स्थिति में बेहतर ढंग से प्रतिक्रिया करने के लिए सक्षम बनाता है।
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