प्रशासनिक अनियमितताओं और छात्र हितों की उपेक्षा के खिलाफ छात्रों का विरोध, गोपनीय शाखा पर भ्रष्टाचार के आरोप
मेरिट में हेरफेर, परीक्षा केंद्रों की दयनीय स्थिति और अन्य समस्याओं को लेकर छात्रों में रोष
जोधपुर: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय (JNVU) के केंद्रीय कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रशासनिक अनियमितताओं, छात्र हितों की अनदेखी और गोपनीय शाखा में व्याप्त कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ छात्रों ने अपना विरोध दर्ज कराया। प्रदर्शन के बाद, एबीवीपी ने विश्वविद्यालय प्रशासन को 15 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा।
एबीवीपी के इकाई अध्यक्ष दिलीप राजपुरोहित ने बताया कि एमपीईटी प्रवेश प्रक्रिया में व्यापक अनियमितताएँ हुई हैं और विश्वविद्यालय के अध्यादेशों का उल्लंघन किया गया है। छात्रों ने मेरिट के आधार पर शोध निर्देशकों के पुनः आवंटन की मांग की है। विश्वविद्यालय के खेल मैदान में शौचालय और पीने के पानी की समुचित व्यवस्था न होने पर भी छात्रों ने गहरा रोष व्यक्त किया। उन्होंने आरोप लगाया कि बार-बार अनुरोध करने के बावजूद प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है।
गोपनीय शाखा पर गंभीर आरोप लगाते हुए, छात्रों ने वहाँ व्याप्त भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जाँच की माँग की। उनका आरोप है कि गोपनीय शाखा की कार्यप्रणाली संदिग्ध है और विद्यार्थियों की अंकतालिकाओं में हेरफेर किया जा रहा है। इस संबंध में संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है, साथ ही गोपनीय शाखा के सहायक कुलसचिव के तत्काल स्थानांतरण की भी मांग रखी गई है।
ज्ञापन में विश्वविद्यालय के परीक्षा केंद्रों की दयनीय स्थिति का भी जिक्र किया गया है। कई विभागों में पंखे खराब हैं, सफाई की समुचित व्यवस्था नहीं है और परीक्षा के दौरान छात्रों को पीने के पानी तक की सुविधा नहीं मिल पाती है।
इसके अलावा, विश्वविद्यालय परिसर में कैंटीन की स्थापना, संविधान पार्क में सुरक्षा गार्ड की नियमित तैनाती, और छात्रावासों की मरम्मत जैसी अन्य आवश्यक मांगें भी ज्ञापन में शामिल हैं। एबीवीपी ने चेतावनी दी है कि यदि विश्वविद्यालय प्रशासन ने शीघ्र ही इन मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो वे और भी उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से अभी तक इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
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