सूरसागर हत्याकांड में 9 महीने से फरार आरोपी दिनेश हुआ काबू, 5 अन्य पहले ही गिरफ़्तार
पुलिस की विशेष टीम ने बोरावड़ से किया गिरफ़्तार
जोधपुर। सूरसागर पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। थाना क्षेत्र में 9 महीने पहले हुए एक हत्याकांड के मुख्य आरोपी और 10,000 रुपये के इनामी अपराधी दिनेश (22 वर्ष) पुत्र राजूराम भील, निवासी भूरीबेरी, पुलिस थाना सूरसागर को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। इस मामले में पहले ही पांच आरोपियों को गिरफ़्तार किया जा चुका है।
घटना का विवरण:
यह घटना 30 जून 2024 की रात की है। प्रार्थी सेठाराम ने पुलिस को बताया कि उसके भाई अनाराम को पिंकी उर्फ पिंकुड़ी नामक व्यक्ति ने फ़ोन कॉल करके उसके घर बुलाया था। रात में पिंकी ने सेठाराम को फ़ोन कर बताया कि उसने और कुछ अन्य लोगों ने मिलकर अनाराम के साथ बुरी तरह मारपीट की है। सेठाराम और उसके भाई ने अनाराम को मथुरा दास माथुर अस्पताल पहुँचाया, जहाँ से उसे गंभीर हालत में अहमदाबाद रेफर किया गया। रास्ते में अनाराम की मौत हो गई। पुलिस ने 5 जुलाई 2024 को धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया।
पुलिस कार्यवाही:
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त राजेन्द्र सिंह, पुलिस उपायुक्त राजर्षि राज, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त निशान्त भारद्वाज और सहायक पुलिस आयुक्त रविन्द्र बोथरा के निर्देशन में पुलिस थाना सूरसागर के निरीक्षक हरीश चन्द्र सोलंकी के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम द्वारा पूर्व में वांछित 5 आरोपियो को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा मे भिजवाया जा चुका है। लेकिन मुख्य आरोपी दिनेश लगातार पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा था। वह बार-बार अपना ठिकाना बदल रहा था।
दिनेश की गिरफ़्तारी:
पुलिस को तकनीकी सूत्रों और गुप्त सूचनाओं से पता चला कि दिनेश बोरावड़, मकराना के आसपास टायर रिपेयरिंग का काम कर रहा है। पुलिस टीम ने बोरावड़ और मकराना में करीब 40 टायर पंचर की दुकानों पर तलाशी ली और मुखबिरों से गहन जानकारी जुटाई। आखिरकार दिनेश को बोरावड़ में वेश बदल कर टायर पंचर की दुकान पर काम करते हुए पकड़ लिया। पहले तो उसने अपना असली नाम छुपाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस के सख्त रवैये के सामने उसने अपना अपराध कबूल कर लिया। दिनेश ने अपनी बहन और भाइयों के साथ मिलकर अनाराम की हत्या करना स्वीकार किया।
कार्यवाही में शामिल पुलिस टीमःहरीश चन्द्र सोलंकी नि.पु. थानाधिकारी (पुलिस थाना सूरसागर जोधपुर पश्चिम), उपनिरीक्षक कैलाश पंचारिया, हैडकानि. प्रेम चौधरी (साईबर सैल डीसीपी पश्चिम), कानि. मनीष, मोहनराम और मनीष धायल पुलिस टीम में शामिल थे।
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