"जियो और जीने दो" संस्थान ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर किया विशेष कार्यक्रम का आयोजन, महिलाओं को सशक्त बनाने का प्रयास
महिलाओं को केसर-तिलक, गर्म दूध और पुष्प वर्षा से किया गया सम्मानित
जोधपुर। शहर में "जियो और जीने दो" संस्थान ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। महादेव मंदिर, टांको के बास, मगरा में आयोजित इस कार्यक्रम में 108 महिलाओं को निःशुल्क सिलाई प्रशिक्षण दिया गया। संस्था के संस्थापक महावीर काकरिया, अध्यक्ष सुशीला कांकरिया, सचिव सरिता पारख और संयोजक एडवोकेट विजय शर्मा के नेतृत्व में आयोजित इस शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में सरकारी अधिवक्ता शीतल जैन, समाज सेविका अनिता परिहार और दीपिका टाक उपस्थित रहीं। सिलाई शिक्षिका नंदा कल्ला ने भी महिलाओं को प्रशिक्षण दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत महादेव भगवान की पूजा-अर्चना से हुई। इसके बाद सभी महिलाओं को केसर का तिलक लगाकर अभिषेक किया गया और गर्म दूध, केसर, पिस्ता, काजू और बादाम से तैयार एक विशेष पेय पदार्थ पिलाया गया। महिलाओं ने आपस में मिलकर पुष्प, फूल और पत्तियों के साथ नाच-गाकर महिला दिवस मनाया।
संस्था के संयोजक एडवोकेट विजय शर्मा ने बताया कि "जियो और जीने दो" संस्थान महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रहा है। अब तक संस्थान 500 से ज़्यादा महिलाओं को सिलाई का प्रशिक्षण दे चुका है। इस सिलाई केंद्र में महिलाओं को अपनी पूरी इच्छा शक्ति और लग्न के साथ सिलाई सीखते हुए देखा जा सकता है। नंदा कल्ला द्वारा दिया जा रहा प्रशिक्षण भी बेहद सराहनीय है। उन्होंने महिलाओं को सिलाई सिखाने के साथ-साथ उनका उत्साहवर्धन भी किया।
संस्थापक महावीर काकरिया ने सभी अतिथियों और महिलाओं का आभार व्यक्त करते हुए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभ कामनाएं दीं। संस्था का उद्देश्य "सर्वे भवन्तु सुखिन: जियो और जीने दो" है।
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