जोधपुर में मोहन सिंह भाटी स्मृति पुस्तिका का विमोचन, गहलोत ने श्रमिक नेता को दी श्रद्धांजलि
इंटक नेताओं ने भाटी के योगदान को किया याद
जोधपुर। श्रमिक नेता स्वर्गीय मोहन सिंह भाटी की स्मृति में एक भावपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जोधपुर डिस्कॉम बिजली कर्मचारी संघ इंटक के बैनर तले शिवबाड़ी चांदपोल में आयोजित इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की, जबकि राजस्थान इंटक के प्रदेश अध्यक्ष जगदीशराज श्रीमाली ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
कार्यक्रम में महापौर कुंती परिहार, पूर्व राज्य मंत्री राजेंद्र सोलंकी, धर्मेन्द्र राठौड़ (पूर्व अध्यक्ष आरटीडीसी), रमेश व्यास (सेक्रेटरी जनरल राजस्थान इंटक), मंडल दत्त जोशी (उपाध्यक्ष राजस्थान इंटक), मनोज वैष्णव (अध्यक्ष जोधपुर डिस्कॉम बिजली कर्मचारी संघ इंटक), हुक्म चंद चौहान (महामंत्री जोधपुर डिस्कॉम बिजली कर्मचारी संघ इंटक), प्रकाश सतपाल (सरंक्षक जोधपुर डिस्कॉम बिजली कर्मचारी संघ इंटक), जिला अध्यक्ष दक्षिण कांग्रेस नरेश जोशी, सलीम खान (जिला अध्यक्ष कांग्रेस उत्तर), राजेंद्र सोलंकी, महेंद्र बोहरा (अध्यक्ष श्रीमाली समाज), करीम जॉनी (उप महापौर) और सुपारश भंडारी (वरिष्ठ कांग्रेसी) जैसे गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। जोधपुर, पाली, जैसलमेर, आबू, सीकर, उदयपुर, बीकानेर, सिरोही आदि दूर-दूर से बड़ी संख्या में विद्युत श्रमिक और इंटक के पदाधिकारी इस कार्यक्रम में शामिल हुए और बार-बार "मोहन सिंह भाटी अमर रहे" के नारे लगाते रहे।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने संबोधन में मोहन सिंह भाटी को श्रमिकों का सच्चा और ईमानदार नेता बताया। उन्होंने कहा कि भाटी जी साफ दिल के इंसान थे और उन्होंने श्रमिक हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय करवाए थे। गहलोत ने कहा कि आज की पीढ़ी को उनके बताए मार्ग पर चलकर इंटक को मजबूत करना चाहिए और श्रमिकों की सेवा करनी चाहिए। उन्होंने भाटी जी के निधन को श्रमिक वर्ग के लिए एक बड़ी क्षति बताया।
इंटक के प्रदेश अध्यक्ष जगदीशराज श्रीमाली ने भाटी जी को एक स्पष्टवादी नेता बताया और कहा कि वे सदैव श्रमिकों के हितों की बात करते थे और उनकी जायज मांगों के लिए तत्पर रहते थे। कार्यक्रम में अतिथियों का माल्यार्पण और साफा पहनाकर स्वागत किया गया और स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए।
मृगेंद्र सिंह भाटी, रमेश व्यास, मंडल दत्त जोशी, सुरेश सत्यानी, जितेंद्र सिंह, प्रकाश सतपाल, और हुकम चंद चौहान ने भी भाटी जी को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम के संयोजक और पुस्तक के लेखक कांति त्रिवेदी ने पुस्तक के बारे में जानकारी दी और भाटी जी के जीवन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन अर्पित गांधी ने किया।
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